Bihar News: राज्य में ज़मीनी विवाद को लेकर बढ़ते हिंसा के मामलों पर लगाम लगाने के लिए भले ही सरकार ने कई सख्त कदम उठाए हों, लेकिन जमीनी स्तर पर इनका असर दिखना अभी बाकी है। इसी कड़ी में बक्सर जिले के रामदास राय ओपी क्षेत्र अंतर्गत गंगौली गांव से एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां रास्ते के पुराने विवाद को लेकर दो पक्षों में जमकर लाठी-डंडे चले।
इस हिंसक झड़प में जितेंद्र साह और उनके पिता मुरली साह गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों द्वारा उन्हें पहले सिमरी स्वास्थ्य केंद्र, फिर वहां से बक्सर सदर अस्पताल रेफर किया गया।
हालांकि, चौंकाने वाली बात यह रही कि इलाज के दौरान ही ST/SC थाना में दर्ज एफआईआर के आधार पर पुलिस ने जितेंद्र साह और मुरली साह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इस पर उनके परिजनों ने नाराज़गी जताई और कहा कि घायल व्यक्ति को कम से कम इलाज पूरा होने तक राहत मिलनी चाहिए थी।
पीड़ित पक्ष की ओर से FIR दर्ज
पीड़ित जितेंद्र साह की पत्नी पूनम देवी ने अब रामदास राय ओपी में आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने गांव के नारायण खरवार, नितेश कुमार, राधेश्याम गोंड सहित 10 से अधिक नामजद और अज्ञात लोगों पर हमले और जानलेवा चोट पहुंचाने का आरोप लगाया है।
पूनम देवी ने बताया कि विवाद का कारण गांव में सरकारी रास्ते की जगह निजी ज़मीन में जबरन रास्ता बनवाने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि उनके देवर सुनील साह को भी बेरहमी से पीटा गया, जिसके कारण उनकी हड्डी टूट गई और अंदरूनी चोटें आई हैं।
पुलिस का पक्ष
रामदास राय ओपी प्रभारी सुजीत कुमार ने पुष्टि करते हुए बताया कि पूनम देवी के आवेदन पर FIR दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच जारी है। साथ ही दूसरी तरफ से ST/SC थाना में दर्ज केस के तहत की गई गिरफ्तारी को भी उचित बताया।
यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि राज्य में जमीनी विवाद सिर्फ जमीन तक सीमित नहीं, बल्कि जिंदगियों को भी गहरा ज़ख्म दे रहा है।
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