Bihar News: बिहार में भ्रष्टाचार का एक और शर्मनाक उदाहरण सामने आया है। करोड़ों की लागत से बना एक महत्वपूर्ण पुल पूरी तरह से जर्जर हो गया है और झारखंड से संपर्क टूट गया है। पुल के सभी पायों में दरारें आ चुकी हैं, जिससे यह अब पूरी तरह से उपयोग के लायक नहीं रह गया है।
स्थानीय लोगों और अधिकारियों के अनुसार, यह पुल दोनों राज्यों के बीच आवागमन का एक अहम साधन था। लेकिन निर्माण में भारी अनियमितता और घटिया सामग्री के इस्तेमाल के कारण इसका ढांचा बहुत जल्द कमजोर हो गया।
बताया जा रहा है कि निर्माण के कुछ ही वर्षों में ही पुल की नींव दरकने लगी थी, लेकिन समय रहते इसकी मरम्मत या पुनरुद्धार की कोई ठोस कोशिश नहीं की गई। अब स्थिति इतनी बिगड़ चुकी है कि प्रशासन ने आवाजाही पूरी तरह से बंद कर दी है, जिससे ग्रामीणों और व्यापारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुल निर्माण में भ्रष्टाचार हुआ है और अधिकारियों की मिलीभगत से ठेकेदारों ने घटिया काम करवाया। मामले की गंभीरता को देखते हुए लोग उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं।
झारखंड से टूटा संपर्क केवल यातायात को नहीं, बल्कि सामाजिक और आर्थिक गतिविधियों को भी प्रभावित कर रहा है। इस पुल के जरिए दोनों राज्यों के बीच सैकड़ों गांवों की सीधी कनेक्टिविटी थी।
अब देखना होगा कि सरकार इस गंभीर लापरवाही पर क्या कार्रवाई करती है और क्या दोषियों को सजा दिलाई जा सकेगी या यह मामला भी केवल फाइलों तक ही सिमट जाएगा।
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