Patna: पटना के छात्र नेता दिलीप कुमार ने एक वीडियो संदेश जारी कर 2 जुलाई 2025 को पटना की सड़कों पर बड़े प्रदर्शन की घोषणा की है। उन्होंने बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षाओं में पारदर्शिता और न्याय की मांग को लेकर अभ्यर्थियों से एकजुट होने का आह्वान किया है। यह घोषणा BPSC 70वीं सिविल सेवा परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन को लेकर चल रहे विवाद के बीच आई है, जहां पहले भी छात्रों और पुलिस के बीच तनावपूर्ण झड़पें हुई थीं ।
घटना की पृष्ठभूमि
- दिसंबर 2024 में BPSC अभ्यर्थियों ने नॉर्मलाइजेशन (स्कोर समायोजन) के विरोध में हिंगलाज मंदिर क्षेत्र में जमकर प्रदर्शन किया था। पुलिस ने लाठीचार्ज किया और दिलीप सहित कई छात्र नेताओं को गिरफ्तार किया गया था।
- दिलीप कुमार लंबे समय से परीक्षा सुधार के लिए आंदोलन कर रहे हैं। 2023 में उन्होंने “शिक्षा सुधार रोजगार अभियान” चलाकर 5 लाख युवाओं के हस्ताक्षर जुटाए थे, जिसमें धांधली रोकने और 6 लाख रिक्त पदों पर भर्ती की मांग शामिल थी।
वीडियो में क्या कहा गया?
दिलीप कुमार ने अपने संदेश में आरोप लगाया कि BPSC और सरकार अभ्यर्थियों की मांगों को अनसुना कर रही है। उन्होंने कहा –
- “2 जुलाई को गांधी मैदान से जुलूस निकाला जाएगा। अगर सरकार ने हमारी बात नहीं सुनी, तो आंदोलन और तेज होगा।”
- “परीक्षा में पेपर लीक और कोचिंग माफिया का सिस्टम खत्म होना चाहिए।”
- उन्होंने पुलिस कार्रवाई और “अफवाह फैलाने” के आरोपों को भी खारिज किया।
पुलिस और प्रशासन की तैयारी
- पिछले प्रदर्शनों के दौरान हुए हिंसक झड़पों को देखते हुए प्रशासन ने इस बार कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी की है।
- BPSC ने पहले ही स्पष्ट किया था कि 70वीं परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन लागू नहीं होगा, लेकिन 71वीं में इसे शामिल किया जा सकता है।
छात्रों की प्रतिक्रिया
दिलीप के समर्थकों का कहना है कि यह आंदोलन “न्याय के लिए अंतिम लड़ाई” है। उनकी मुख्य मांगें हैं:
- BPSC परीक्षाओं में पूर्ण पारदर्शिता।
- धांधली में शामिल अधिकारियों पर कार्रवाई।
- रिक्त पदों पर तुरंत भर्ती प्रक्रिया शुरू करना।
राजनीतिक प्रभाव
यह आंदोलन बिहार सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है, क्योंकि युवा वोट बैंक इससे सीधे प्रभावित होता है। दिलीप कुमार पहले भी सरकार पर “कोचिंग माफिया को संरक्षण” देने का आरोप लगा चुके हैं।
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