सुल्तानगंज (भागलपुर): विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला को लेकर सुल्तानगंज स्थित ऐतिहासिक अजगैवीनाथ मंदिर में तैयारियां तेज हो गई हैं। कांवर यात्रा की शुरुआत से पहले मंदिर परिसर को पूरी तरह व्यवस्थित और भक्तों के अनुकूल बनाने की दिशा में युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। मंदिर के स्थानापति महंत प्रेमानंद गिरी खुद निगरानी कर रहे हैं और हर व्यवस्था को बेहतर बनाने में जुटे हैं।
महंत प्रेमानंद गिरी ने बताया कि मेला के दौरान श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए मंदिर प्रबंधन द्वारा सभी आवश्यक कामों को मेला शुरू होने से पहले पूरा कर लिया जाएगा।
मंदिर की सीढ़ियों की मरम्मत, परिसर में टूटे टाइल्स की जगह नए टाइल्स लगाना, और आवश्यक स्थानों पर अन्य मरम्मत कार्य जारी हैं। इन सबके साथ-साथ परिसर की साफ-सफाई व्यवस्था भी बेहतर की जा रही है।
मंदिर परिसर और इसके आस-पास की सुरक्षा को लेकर इस बार पहले से ही सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके हैं। साथ ही मंदिर की लाइटिंग व्यवस्था को भी ठीक किया जा रहा है ताकि रात में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो।
अजगैवीनाथ मंदिर गंगा तट पर उत्तरवाहिनी धारा के किनारे स्थित है, जो इसे और भी पवित्र और खास बनाता है। यहीं से श्रावणी मास के दौरान लाखों कांवरिए पवित्र जल भरकर देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथधाम के लिए रवाना होते हैं।
मंदिर प्रबंधन की ओर से यह आश्वासन दिया गया है कि मेला आरंभ होने से पूर्व सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली जाएंगी। महंत प्रेमानंद गिरी स्वयं तैयारियों का निरीक्षण कर रहे हैं और हर कार्य की प्रगति पर नजर बनाए हुए हैं।
यह मेला सावन महीने में आयोजित होता है, जिसमें लाखों श्रद्धालु दूर-दूर से सुल्तानगंज पहुंचते हैं। यहां से गंगाजल लेकर वे 105 किलोमीटर की यात्रा तय कर देवघर पहुंचते हैं।