पटना। बिहार में दूरसंचार विभाग को अब 25 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद अपना स्थायी भवन मिलने जा रहा है। भूमि एवं राजस्व विभाग की ओर से जल्द ही जमीन की उपलब्धता सुनिश्चित कर दी जाएगी, जिसके बाद निर्माण कार्य तेजी से शुरू होगा।
इस परियोजना के लिए 50 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया है और यह भवन 48 डेसीमल भूमि पर बनाया जाएगा।
विभाग के प्रशासन निदेशक मनीष कुमार ने जानकारी दी कि पांच मंजिला भवन के लिए नक्शा तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
इस भवन में नियंत्रक और लेखा कार्यालय के साथ-साथ वायरलेस मॉनिटरिंग यूनिट का दफ्तर भी एक ही परिसर में होगा, जिससे विभागीय कार्यों में पारदर्शिता और गति आएगी। वर्तमान में ये कार्यालय पटना के अलग-अलग हिस्सों में संचालित हो रहे हैं, जिससे आम लोगों को असुविधा होती है।
बता दें कि बिहार में दूरसंचार विभाग का कार्यालय वर्ष 2000 में बीएसएनएल के टेलीफोन भवन के दो फ्लोर पर शुरू किया गया था। उस समय बीएसएनएल और दूरसंचार विभाग एकीकृत रूप में कार्यरत थे।
हालांकि, कुछ वर्षों के बाद दोनों इकाइयों का संचालन अलग-अलग हो गया, लेकिन विभाग के पास अपना भवन नहीं था। उसी वर्ष एक किसान ने जमीन भी दान दी थी, मगर दस्तावेजों की कमी के कारण मामला लंबित रहा, जो अब सुलझने की कगार पर है।
नई पहल से बिहार में दूरसंचार सेवाओं के प्रशासनिक ढांचे को मजबूती मिलेगी और आम लोगों को एक ही जगह पर सभी सेवाएं मिल सकेंगी। यह भवन न केवल प्रशासनिक रूप से महत्वपूर्ण होगा, बल्कि एकीकृत सुविधा केंद्र के रूप में कार्य करेगा।
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