Bihar News: बिहार में पासपोर्ट आवेदन की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। खास तौर पर गोपालगंज, सीवान, पटना, पूर्वी चंपारण और पश्चिम चंपारण जैसे जिलों से सबसे ज्यादा आवेदन सामने आए हैं।
इन जिलों में लोगों की विदेश जाने की इच्छा, नौकरी या शिक्षा से जुड़ी योजनाएं इस बढ़ती मांग का कारण मानी जा रही हैं।लेकिन आवेदन की संख्या बढ़ने के साथ ही सत्यापन प्रक्रिया में लगने वाला समय भी चर्चा में है।
उदाहरण के तौर पर, सीवान जिले में पासपोर्ट सत्यापन में औसतन 20 दिन का समय लग रहा है, जो राज्य के अन्य जिलों की तुलना में कहीं अधिक है।
वहीं दूसरी ओर, खगड़िया जिले में यह प्रक्रिया सबसे तेज गति से पूरी हो रही है, जहां मात्र 5 दिनों में सत्यापन का कार्य संपन्न हो जा रहा है। यह अंतर कई सवालों को जन्म देता है और व्यवस्था में सुधार की ओर संकेत करता है।
लोगों का मानना है कि जिन जिलों में अधिक आवेदन आ रहे हैं, वहां संसाधनों की कमी या स्टाफ की संख्या कम होने से सत्यापन में देरी हो रही है।
वहीं, कुछ जिलों में बेहतर प्रशासनिक प्रबंधन और त्वरित कार्यप्रणाली के कारण कम समय में काम हो रहा है। इस असमानता से कई आवेदक परेशान हैं, क्योंकि उन्हें यात्रा या काम के सिलसिले में जल्दी पासपोर्ट की आवश्यकता होती है।
सरकार और प्रशासन के लिए यह जरूरी हो जाता है कि सभी जिलों में पासपोर्ट सत्यापन की प्रक्रिया को समान रूप से तेज और पारदर्शी बनाया जाए, ताकि किसी को अनावश्यक देरी का सामना न करना पड़े।
उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में तकनीक और मानव संसाधनों का बेहतर उपयोग कर इस प्रक्रिया को और भी सरल व समयबद्ध बनाया जाएगा।
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