Bihar News: बिहार में शराबबंदी कानून के बावजूद अवैध शराब की तस्करी एक गंभीर समस्या बनी हुई है। हालिया जांच और आंकड़ों के अनुसार, राज्य में पकड़ी जा रही कुल अवैध शराब में से लगभग 25% की आपूर्ति उत्तर प्रदेश से हो रही है। इस बढ़ती तस्करी को रोकने के लिए बिहार और उत्तर प्रदेश के सीमाई जिलों के अधिकारियों की एक संयुक्त बैठक आयोजित की गई है।
इस बैठक का उद्देश्य सीमा पार निगरानी को और अधिक सख्त बनाना तथा दोनों राज्यों की पुलिस और आबकारी विभागों के बीच समन्वय को बेहतर करना है। बैठक में सीमाई क्षेत्रों में संयुक्त गश्ती दल बनाने, सीसीटीवी कैमरे लगाने, और समानांतर सूचना तंत्र विकसित करने जैसे कई अहम निर्णय लिए गए।
बिहार के अधिकारियों का मानना है कि उत्तर प्रदेश के बलिया, गाजीपुर, देवरिया और कुशीनगर जिलों से बड़ी मात्रा में शराब बिहार भेजी जा रही है। वहीं यूपी के अधिकारी भी इस चुनौती को लेकर सहमत नजर आए और उन्होंने सहयोग का भरोसा दिलाया।
बिहार के उत्पाद आयुक्त ने कहा कि अब से सीमाई इलाकों में 24 घंटे चौकसी, ड्रोन से निगरानी और मुखबिर तंत्र को मजबूत करने जैसे उपाय लागू किए जाएंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि शराबबंदी कानून को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए अन्य राज्यों का सहयोग अनिवार्य है।
यह बैठक दोनों राज्यों के लिए संयुक्त रणनीति बनाने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है, जिससे भविष्य में तस्करी पर रोक लगाने की उम्मीद की जा रही है।
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