Bihar Election: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव 2025 को ध्यान में रखते हुए निर्वाचन आयोग ने राज्यभर में मतदाताओं का विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान शुरू कर दिया है। इस प्रक्रिया का उद्देश्य मतदाता सूची को अद्यतन करना और यह सुनिश्चित करना है कि हर योग्य नागरिक का नाम मतदाता सूची में शामिल हो सके।
इस अभियान के तहत रविवार से घर-घर जाकर निर्वाचन कर्मी लोगों को फॉर्म वितरित करेंगे और उनसे जरूरी दस्तावेज प्राप्त करेंगे।
निर्वाचन आयोग द्वारा यह पहल मतदाता जागरूकता और पारदर्शिता के लिहाज से काफी अहम मानी जा रही है। इस प्रक्रिया में खासतौर पर नए मतदाताओं, जिनकी उम्र 18 वर्ष पूरी हो चुकी है, को सूची में नाम जुड़वाने का अवसर दिया जा रहा है।
साथ ही जिन लोगों ने हाल ही में अपना पता बदला है, उनके नाम को स्थानांतरित करने या अद्यतन करने की सुविधा भी दी जा रही है। मतदाता सूची से मृत या दोहरे नामों को हटाने का कार्य भी इस पुनरीक्षण अभियान का हिस्सा है।
फॉर्म के साथ जिन जरूरी दस्तावेजों की मांग की जा रही है, उनमें पहचान पत्र, जन्म तिथि प्रमाण पत्र और निवास प्रमाण पत्र शामिल हैं। नागरिकों से आग्रह किया गया है कि वे निर्वाचन कर्मियों को सही जानकारी दें और समय पर दस्तावेज जमा करें ताकि उनके नाम को सही रूप से जोड़ा जा सके।
आयोग द्वारा यह भी स्पष्ट किया गया है कि जिनके पास डिजिटल सुविधाएं हैं, वे ऑनलाइन माध्यम से भी आवेदन कर सकते हैं।
इस पूरे अभियान को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन और स्थानीय निकायों की मदद ली जा रही है। प्रत्येक क्षेत्र में बूथ लेवल अधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है कि वे हर घर तक पहुंचें और फॉर्म वितरण एवं संग्रहण का कार्य सही तरीके से करें।
आयोग का लक्ष्य है कि इस बार चुनाव से पहले मतदाता सूची पूरी तरह से अद्यतन हो, ताकि किसी भी योग्य मतदाता को मतदान से वंचित न रहना पड़े।
बिहार में होने वाला यह विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान न सिर्फ एक चुनावी प्रक्रिया है, बल्कि यह लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। जनता की भागीदारी और सहयोग से यह अभियान निश्चित रूप से सफल हो सकता है और आगामी चुनाव अधिक पारदर्शी व समावेशी बन सकते हैं।
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