Bihar Politics: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायक और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी राजनीतिक स्थिति स्पष्ट कर दी है। तेज प्रताप ने साफ कहा है कि वे समस्तीपुर जिले के हसनपुर विधानसभा क्षेत्र से ही चुनाव लड़ेंगे। इस बयान के साथ ही महुआ सीट पर उनकी संभावित वापसी की अटकलों पर विराम लग गया है।
शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए तेज प्रताप यादव ने कहा, “मैं हसनपुर का विधायक हूं। आने वाले दिनों में मैं क्षेत्र में जाऊंगा, लोगों से मिलूंगा, उनकी समस्याएं सुनूंगा और उनका समाधान करूंगा।” उन्होंने जनता दरबार और जनसभाओं के माध्यम से लोगों से सीधा संवाद करने की योजना भी जताई।
तेज प्रताप, जो कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र हैं, हाल ही में पार्टी से छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिए गए थे। यह कार्रवाई उनके निजी जीवन में चल रहे विवादों, विशेषकर अनुशका यादव से कथित संबंधों और वैवाहिक तनावों के बीच की गई। निष्कासन के बावजूद तेज प्रताप ने राजनीतिक सक्रियता जारी रखने की बात दोहराई। उन्होंने कहा, “इसका मतलब यह नहीं कि मैं घर में बंद हो जाऊं। मैं अपनी तरह से लोगों के लिए काम करता रहूंगा।”
36 वर्षीय नेता ने सीट बदलने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा, “फिलहाल ऐसी कोई बात नहीं है। मैं हसनपुर पर ही केंद्रित हूं। अगर भविष्य में कुछ बदलता है, तो सबको जानकारी दी जाएगी।”
तेज प्रताप यादव 2015 में पहली बार वैशाली जिले के महुआ से विधायक चुने गए थे, लेकिन 2020 में उन्होंने हसनपुर से चुनाव लड़कर जीत दर्ज की। इसके बाद राजद ने महुआ से मुकेश रोशन को टिकट दिया, जो चुनाव जीतने में सफल रहे।
हालांकि पिछले साल दिसंबर में तेज प्रताप द्वारा महुआ से दोबारा चुनाव लड़ने के संकेत दिए जाने के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई थी। कहा जाता है कि इससे मौजूदा विधायक मुकेश रोशन बेचैन हो गए थे और मीडिया के सामने भावुक भी हो उठे थे।
अब तेज प्रताप के इस स्पष्ट रुख के बाद महुआ और हसनपुर, दोनों क्षेत्रों में चुनावी समीकरण कुछ हद तक साफ होते नजर आ रहे हैं।