पटना में शुक्रवार रात हुए बीजेपी नेता और मशहूर व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या का वीडियो सामने आने के बाद पूरे बिहार में सनसनी फैल गई है। वायरल हो रहे इस सीसीटीवी फुटेज ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है।
वीडियो में साफ नजर आता है कि एक युवक, जिसने नीली शर्ट और काले रंग का हेलमेट पहन रखा था, गोपाल खेमका की कार के पास धीरे-धीरे आता है। गोपाल खेमका अपनी गाड़ी में बैठे गेट खुलने का इंतजार कर रहे थे, तभी हमलावर ने अचानक गोली चला दी। गोली लगते ही गोपाल खेमका स्टीयरिंग पर झुक जाते हैं। हमलावर तुरंत बाइक पर सवार होकर फरार हो जाता है।
यह वारदात पटना के बेहद व्यस्त इलाके ‘पैनाशे’ होटल के पास हुई, जहां आमतौर पर लोगों की आवाजाही रहती है। इस हत्याकांड ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि जब इतनी सुरक्षित जगह पर दिनदहाड़े गोली चल सकती है, तो शहर में आम लोगों की सुरक्षा का क्या हाल होगा।
पुलिस को मौके से गोली और खोखा बरामद हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि गोपाल खेमका की मौके पर ही मौत हो गई थी। फिलहाल हत्या की वजह साफ नहीं हो पाई है, लेकिन पुलिस ने जांच तेज कर दी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है।
इस घटना के बाद बिहार की राजनीति में भी उबाल आ गया है। निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने इस हत्याकांड पर सरकार पर करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बिहार अब अपराधियों की सुरक्षित पनाहगाह बन गया है और नीतीश कुमार की सरकार पूरी तरह विफल साबित हो रही है।
पप्पू यादव ने यह भी याद दिलाया कि गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की भी तीन साल पहले हत्या कर दी गई थी। उन्होंने कहा कि पहले बेटे की हत्या और अब पिता की हत्या से यह साफ हो गया है कि अपराधियों के हौसले किस कदर बुलंद हैं।
वहीं, स्थानीय लोगों और कारोबारी संगठनों में भी जबरदस्त गुस्सा है। हर कोई यही सवाल पूछ रहा है कि क्या अब बिहार में किसी की भी जान सुरक्षित नहीं है।
व्यापारी संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो पूरे राज्य में बड़े आंदोलन होंगे। इसके साथ ही यह मांग भी तेज हो गई है कि सरकार को कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सख्त कदम उठाने होंगे।
पटना पुलिस की ओर से दावा किया गया है कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हमलावर की पहचान की जा रही है और जल्द ही इस हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।
फिलहाल, यह मामला पूरे बिहार में चर्चा का केंद्र बना हुआ है। हर कोई इस जघन्य हत्या पर गुस्सा जता रहा है और यही सवाल उठ रहा है कि आखिर कब तक अपराधी खुलेआम इस तरह लोगों को मौत के घाट उतारते रहेंगे।