Aadhar Card New Rule: आधार कार्ड बनवाने और अपडेट कराने को लेकर भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने नए नियमों की घोषणा की है, जो आकलन वर्ष 2025-26 के लिए लागू किए गए हैं। अब भारतीय नागरिकों, ओसीआई (OCI) कार्ड धारकों, पांच वर्ष से अधिक आयु के बच्चों और दीर्घकालिक वीजा (Long Term Visa) धारकों के लिए नए दस्तावेजों की सूची निर्धारित कर दी गई है।
UIDAI के अनुसार, भारतीय पासपोर्ट अब सबसे प्रभावी दस्तावेज़ माना गया है, जो एक साथ पहचान प्रमाण, पता प्रमाण, जन्म तिथि और रिश्ते का प्रमाण देता है। इसके अलावा, PAN कार्ड, वोटर आईडी, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, बैंक पासबुक और सरकारी विभागों द्वारा जारी प्रमाणपत्रों को भी मान्य दस्तावेजों की सूची में शामिल किया गया है।
नए नियमों के तहत UIDAI ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि अब एक व्यक्ति के पास केवल एक ही आधार नंबर मान्य होगा। यदि किसी व्यक्ति के नाम पर दो आधार नंबर पाए जाते हैं, तो उनमें से एक को रद्द कर दिया जाएगा। यह कदम फर्जीवाड़ा रोकने और पहचान व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए उठाया गया है।
विदेशी नागरिकों और ओसीआई कार्डधारकों के लिए अतिरिक्त दस्तावेजों की जरूरत होगी। उन्हें अपने आधार आवेदन के साथ विदेशी पासपोर्ट, वीजा और अन्य वैध पहचान प्रमाण पत्रों को प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा।
यदि कोई व्यक्ति अपने आधार में नाम, लिंग या जन्म तिथि बदलवाना चाहता है, तो उसके लिए स्वयं घोषणा पत्र (Self Declaration) के साथ संबंधित प्रमाण पत्र भी देना जरूरी होगा। UIDAI ने यह भी निर्देश दिया है कि आधार से जुड़ी किसी भी प्रक्रिया में जाने से पहले नागरिकों को UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर दस्तावेजों की पूरी सूची अच्छी तरह जांच लेनी चाहिए।
इस नई व्यवस्था से यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि केवल वैध और सही दस्तावेजों के आधार पर ही आधार कार्ड जारी या अपडेट किए जाएं। साथ ही, यह नियम विदेशी नागरिकों और दीर्घकालिक वीजा धारकों के लिए भी आधार पंजीकरण प्रक्रिया को पारदर्शी और सुरक्षित बनाएगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि ये नए नियम आने वाले समय में आधार से जुड़े फर्जीवाड़े और तकनीकी गड़बड़ियों को काफी हद तक खत्म कर सकते हैं। UIDAI का यह फैसला आम नागरिकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि आधार कार्ड आज के दौर में लगभग हर सरकारी योजना और बैंकिंग सुविधा के लिए अनिवार्य हो चुका है।