Bihar Flood: बिहार में बारिश का मौसम शुरू होते ही आम लोगों की मुसीबतें भी बढ़ गई हैं। अब प्रदेश के लिए एक और बुरी खबर है—बिहार और उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाला पीपा पुल बंद होने जा रहा है। इससे ना सिर्फ आवाजाही ठप हो जाएगी, बल्कि कई गांव पूरी तरह से कट जाएंगे।
यह पुल हर साल बारिश के मौसम में हटाया जाता है, ताकि नदी का बहाव इसे बहा न ले। लेकिन इसका असर आम जनता पर भारी पड़ता है। करीब 18 गांवों का सीधा संपर्क टूट जाएगा। लोगों को रोजमर्रा की ज़रूरतों के लिए अब वैकल्पिक रास्तों से सफर करना होगा।
इस पुल के बंद होने से यूपी और बिहार के बीच की दूरी 150 किलोमीटर तक बढ़ जाएगी। यानी अगर कोई पहले 30 किलोमीटर का सफर करता था, अब वही रास्ता 180 किलोमीटर लंबा हो जाएगा। इससे न सिर्फ समय की बर्बादी होगी, बल्कि पेट्रोल-डीजल पर अतिरिक्त खर्च भी जनता की जेब पर भारी पड़ेगा।
स्कूल जाने वाले छात्र, अस्पताल पहुंचने वाले मरीज और दिहाड़ी मजदूरों के लिए यह समस्या और भी गंभीर है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द कोई स्थायी समाधान निकाला जाए।
बारिश की वजह से बिहार के अन्य इलाकों में भी जलजमाव, सड़क धंसने और आवागमन में बाधा जैसी समस्याएं सामने आने लगी हैं। लेकिन पीपा पुल का बंद होना एक बड़ी चुनौती के रूप में सामने खड़ा हो गया है।
सरकार और प्रशासन को चाहिए कि ऐसे इलाकों में वैकल्पिक व्यवस्था की तैयारी पहले से हो, ताकि जनता को इस तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।