Nalanda News: बिहार के नालंदा जिले से एक शर्मनाक मामला सामने आया है, जहां शिक्षा व्यवस्था को सुधारने की बजाय भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा था। जिले के शिक्षा विभाग में कार्यरत डीपीओ (DPO) अनिल कुमार को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।
जानकारी के अनुसार, अनिल कुमार ने एक स्कूल से कमेटी गठन के बदले में 20 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी। शिकायत मिलने के बाद निगरानी विभाग ने जाल बिछाया और तयशुदा रकम लेते समय उन्हें धर दबोचा।
रिश्वतखोरी का यह मामला शिक्षा जैसे संवेदनशील विभाग को लेकर लोगों के बीच गहरी नाराजगी का कारण बन गया है। जहां एक ओर सरकार लगातार पारदर्शिता और सुधार की बात कर रही है, वहीं कुछ अधिकारी ऐसे हैं जो अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं।
डीपीओ अनिल कुमार की गिरफ्तारी के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि यह पहला मौका नहीं है जब उन पर गंभीर आरोप लगे हों। स्थानीय लोगों और शिक्षकों के बीच अब यह मांग उठने लगी है कि ऐसे अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए ताकि बाकी लोगों को भी सबक मिले।
फिलहाल निगरानी विभाग इस मामले की गहन जांच कर रहा है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इस घोटाले में और कौन-कौन लोग शामिल हैं।
यह घटना यह भी दर्शाती है कि शिक्षा जैसी ज़रूरी व्यवस्था को भी भ्रष्टाचार ने जकड़ रखा है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में कितनी सख्ती दिखाता है और दोषियों को क्या सज़ा मिलती है।