Banka News: श्रावणी मेला के शुभारंभ में अब मात्र 12 दिन शेष हैं और इसी को देखते हुए प्रशासनिक तैयारियां तेजी से की जा रही हैं। पूरे क्षेत्र में श्रावण मास की धार्मिक महत्ता को ध्यान में रखते हुए धर्मशालाओं में रंग-रोगन, शौचालयों की मरम्मत और स्नानाघरों की सफाई का काम लगभग अंतिम चरण में है।
श्रद्धालुओं के आगमन से पूर्व सारी व्यवस्थाएं पूरी करने की कोशिश हो रही है ताकि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
धर्मशालाओं को विशेष रूप से सजाया जा रहा है ताकि बाहर से आने वाले भक्तों को ठहरने में सुविधा मिल सके। इन जगहों पर रंगाई-पुताई के साथ ही बिजली-पानी की उचित व्यवस्था की जा रही है।
स्थानीय प्रशासन द्वारा साफ-सफाई पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि वातावरण स्वच्छ और स्वास्थ्यवर्धक बना रहे। मेला क्षेत्र में बने शौचालयों की मरम्मत कर उन्हें प्रयोग योग्य बनाया जा रहा है, वहीं स्नान स्थलों को भी दुरुस्त कराना प्राथमिकता में रखा गया है।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कई स्थानों पर पेयजल की टंकियां लगाई जा रही हैं और चिकित्सा टीमों की भी तैनाती सुनिश्चित की जा रही है। प्रशासन द्वारा मेला क्षेत्र में लगातार निगरानी की जा रही है ताकि कोई चूक न हो।
श्रावणी मेला का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व काफी बड़ा है, इसलिए यहां देशभर से लाखों श्रद्धालु आते हैं। इसे देखते हुए व्यवस्थाओं को सशक्त और व्यवस्थित बनाने का प्रयास हर स्तर पर किया जा रहा है।
स्थानीय लोगों की भागीदारी भी इस कार्य में देखने को मिल रही है, जो सफाई और सजावट के कामों में सहयोग कर रहे हैं। पूरे क्षेत्र में भक्ति और सेवा का वातावरण बना हुआ है, जो इस मेले की खासियत को और अधिक जीवंत करता है।
श्रावणी मेला न केवल आस्था का पर्व है बल्कि यह स्थानीय संस्कृति, सहयोग और समर्पण का भी प्रतीक बनकर सामने आता है।