बिहार की सियासत में एक नया बवाल खड़ा हो गया है। कैमूर जिले में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता और बक्सर से सांसद सुधाकर सिंह के पिता जगदानंद सिंह के खिलाफ लोगों का गुस्सा जमकर फूटा। स्थानीय नागरिकों ने न केवल उनके खिलाफ नारेबाजी की, बल्कि उनका और उनके बेटे डॉ. पुनीत सिंह का पुतला भी फूंका।
आरोप है कि जगदानंद सिंह और डॉ. पुनीत सिंह ने महाराणा प्रताप कॉलेज पर कब्जा कर रखा है और कॉलेज प्रशासन के साथ मिलकर छात्रों से अवैध रूप से मोटी रकम वसूली जा रही है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि कॉलेज के प्रिंसिपल और कुछ शिक्षकों की मिलीभगत से बीएड विभाग के 100 से अधिक छात्रों से प्रैक्टिकल परीक्षा के नाम पर प्रति छात्र ₹1.5 लाख की वसूली की गई है।
इस घटना के बाद इलाके में गहरा आक्रोश फैल गया है। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि यह शिक्षा के नाम पर खुली लूट है और छात्रों को जबरन आर्थिक बोझ तले दबाया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने साफ चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही अवैध वसूली बंद नहीं हुई और कॉलेज प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई, तो वे मजबूर होकर कॉलेज में तालाबंदी करेंगे और बड़ा आंदोलन खड़ा करेंगे।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि राजद नेता की पहुंच और रसूख के चलते प्रशासन चुप है और अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। वहीं, प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि वे इस मामले को लेकर जिला प्रशासन से शिकायत करेंगे और पूरे जिले में आंदोलन की रणनीति तैयार की जा रही है।
मामले को लेकर छात्रों में भी गुस्सा देखा जा रहा है। कई छात्रों ने आरोप लगाया कि प्रैक्टिकल परीक्षा पास कराने और इंटरनल नंबर दिलाने के नाम पर उनसे मोटी रकम मांगी जा रही है। कई छात्रों ने तो यहां तक कहा कि अगर पैसे नहीं दिए जाते हैं, तो उन्हें फेल करने की धमकी दी जा रही है।
फिलहाल, इस पूरे मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है। विरोधियों ने भी इसे लेकर राजद पर हमला तेज कर दिया है। अभी तक राजद नेताओं की ओर से इस आरोप पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन इलाके में माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।
साफ है कि इस घटना ने बिहार में शिक्षा के नाम पर चल रहे कथित भ्रष्टाचार और राजनीतिक हस्तक्षेप की पोल खोल दी है। अब सबकी नजर इस बात पर है कि प्रशासन इस मामले में कोई सख्त कदम उठाता है या नहीं।