Bihar News: बिहार में चुनावी माहौल के बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है। एक विवादित बयान के बाद अब तेजस्वी ने पीएम की रैलियों को लेकर नया तंज कसा है। उन्होंने कहा कि बीते 5 चुनावों में प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार में 200 से ज्यादा रैलियां और जनसभाएं की हैं, जिन पर जनता की जेब से सीधा 20,000 करोड़ रुपये खर्च किया गया।
हाल में तेजस्वी के एक बयान में प्रधानमंत्री को “पॉकेटमार” कहने को लेकर विवाद हुआ था। अब उन्होंने कहा कि “जो जनता की जेब से पैसा निकालकर रैलियों पर उड़ाए, असली पॉकेटमार वही है।” उन्होंने कहा कि ये सिर्फ़ राजनीतिक यात्रा नहीं, बल्कि जनता की गाढ़ी कमाई की बर्बादी है।
तेजस्वी यादव ने आंकड़ों के साथ बताया कि हर रैली में सुरक्षा, प्रशासनिक व्यवस्था, हेलिकॉप्टर, प्रचार-प्रसार आदि पर करोड़ों रुपये खर्च होते हैं, जिसका भार सीधे जनता पर पड़ता है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या इन रैलियों से बिहार को कोई ठोस लाभ हुआ है?
विश्लेषकों का मानना है कि तेजस्वी का यह बयान आगामी लोकसभा चुनाव 2025 के मद्देनज़र सत्ताधारी दल को घेरने की रणनीति का हिस्सा है। जनता के पैसे को मुद्दा बनाकर विपक्ष अब केंद्र सरकार पर लगातार प्रहार कर रहा है।
तेजस्वी यादव के बयानों से जहां राजनीतिक गर्मी बढ़ी है, वहीं यह बहस भी तेज हो गई है कि लोकतंत्र में रैलियों का खर्च जनता पर कितना भारी पड़ता है। चुनावी माहौल में यह मुद्दा आने वाले दिनों में और तूल पकड़ सकता है।
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