Purnea News: रूपौली अंचल में बाढ़ से किसानों की मेहनत पर पानी, 1600 हेक्टेयर फसलें डूबीं

रूपौली अंचल में आई बाढ़ ने इस बार किसानों की उम्मीदों पर गहरा असर डाला है। लगातार हो रही बारिश और नदियों के उफान के कारण क्षेत्र की सात पंचायतें बुरी तरह प्रभावित हो गई हैं।

Aug 13, 2025 - 11:19
Aug 13, 2025 - 22:43
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Purnea News: रूपौली अंचल में बाढ़ से किसानों की मेहनत पर पानी, 1600 हेक्टेयर फसलें डूबीं

Purnea News: रूपौली अंचल में आई बाढ़ ने इस बार किसानों की उम्मीदों पर गहरा असर डाला है। लगातार हो रही बारिश और नदियों के उफान के कारण क्षेत्र की सात पंचायतें बुरी तरह प्रभावित हो गई हैं। खेतों में लहलहाती फसलें अब पानी में डूबी हुई हैं, जिससे करीब 1600 हेक्टेयर में लगी फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। गांवों में जगह-जगह पानी भरने से किसानों की चिंताएं और बढ़ गई हैं, क्योंकि यह समय फसल की बढ़वार और देखभाल का होता है।

स्थानीय किसानों का कहना है कि उन्होंने इस सीजन में काफी मेहनत और खर्च करके खेती की थी। धान, मक्का और सब्जियों की फसल अच्छी स्थिति में थी, लेकिन बाढ़ का पानी आने से सब कुछ नष्ट होने की कगार पर है। कई खेतों में पानी की गहराई इतनी बढ़ गई है कि वहां पहुंचना भी मुश्किल हो गया है। जिन किसानों ने उधार लेकर खेती की थी, वे अब कर्ज चुकाने को लेकर परेशान हैं।

ग्रामीणों के मुताबिक बाढ़ का पानी घरों के आसपास भी भर गया है, जिससे रोजमर्रा की जिंदगी भी प्रभावित हो रही है। कई जगहों पर कच्चे रास्ते कट गए हैं और लोगों को आने-जाने में दिक्कत हो रही है। पशुओं के चारे और पीने के पानी की समस्या भी सामने आने लगी है।

प्रशासन की ओर से बाढ़ प्रभावित इलाकों में हालात का जायजा लिया जा रहा है। राहत और बचाव कार्य की तैयारी की जा रही है, लेकिन किसानों का कहना है कि फसल का जो नुकसान हो चुका है, उसकी भरपाई आसान नहीं होगी। वे सरकार से मुआवजे और मदद की उम्मीद कर रहे हैं, ताकि आने वाले दिनों में वे फिर से खेती की शुरुआत कर सकें।

रूपौली अंचल के लोगों के लिए यह बाढ़ सिर्फ पानी भरने की समस्या नहीं है, बल्कि उनकी मेहनत, भविष्य और रोजी-रोटी पर सीधा संकट बनकर आई है। गाँवों में लोग अब इस आस में हैं कि पानी जल्द घटे और नुकसान का सही आकलन कर मदद पहुँचे, ताकि वे अपनी जिंदगी को फिर से पटरी पर ला सकें।