Purnea News: पूर्णिया में राष्ट्रीय मखाना विकास बोर्ड की मांग तेज, किसानों को मिलेगा सीधा लाभ
पूर्णिया में राष्ट्रीय मखाना विकास बोर्ड की स्थापना को लेकर अब आवाजें तेज हो गई हैं। मखाना उत्पादन में देशभर में अपनी खास पहचान रखने वाले इस क्षेत्र के किसान लंबे समय से इसकी मांग कर रहे हैं।

पूर्णिया में राष्ट्रीय मखाना विकास बोर्ड की स्थापना को लेकर अब आवाजें तेज हो गई हैं। मखाना उत्पादन में देशभर में अपनी खास पहचान रखने वाले इस क्षेत्र के किसान लंबे समय से इसकी मांग कर रहे हैं। उनका मानना है कि यदि यहां यह बोर्ड स्थापित होता है तो मखाना उद्योग को संगठित रूप से बढ़ावा मिलेगा, किसानों को बेहतर दाम मिलेंगे और अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी मखाना की पहचान मजबूत होगी।
स्थानीय कृषकों और व्यापारियों का कहना है कि पूर्णिया और आसपास के जिलों में मखाना की खेती बड़े पैमाने पर होती है, लेकिन इसके बावजूद किसानों को उचित विपणन और प्रसंस्करण की सुविधा नहीं मिल पाती। ज्यादातर किसान बिचौलियों पर निर्भर रहते हैं, जिससे उनकी मेहनत का पूरा लाभ उन्हें नहीं मिल पाता। यदि राष्ट्रीय मखाना विकास बोर्ड यहां काम करना शुरू करता है तो शोध, प्रशिक्षण, गुणवत्ता सुधार और निर्यात की दिशा में ठोस कदम उठाए जा सकते हैं।
कृषि विशेषज्ञों का भी मानना है कि मखाना को सुपरफूड के रूप में दुनिया भर में पहचान मिल रही है, ऐसे में इसके उत्पादन और विपणन को पेशेवर ढंग से आगे बढ़ाने का समय आ गया है। बोर्ड के गठन से न केवल किसानों की आमदनी बढ़ेगी बल्कि युवाओं के लिए मखाना प्रसंस्करण उद्योग में नए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
मांग करने वालों का कहना है कि पूर्णिया का भौगोलिक और जलवायु वातावरण मखाना उत्पादन के लिए बेहद अनुकूल है। यहां पहले से ही बड़ी संख्या में तालाब और जलाशय मौजूद हैं, जिनका उपयोग वैज्ञानिक पद्धति से मखाना उत्पादन में किया जा सकता है।
स्थानीय संगठनों ने सरकार से अपील की है कि इस प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार करते हुए जल्द से जल्द राष्ट्रीय मखाना विकास बोर्ड की स्थापना की जाए, ताकि किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया जा सके और पूर्णिया को मखाना की राजधानी के रूप में विश्वस्तर पर पहचान दिलाई जा सके।