रब्बीडीह के ग्रामीणों का ऐलान, विधानसभा चुनाव में करेंगे वोट बहिष्कार
रब्बीडीह प्रखंड क्षेत्र के रब्बीडीह गांव के ग्रामीणों ने इस बार विधानसभा चुनाव में मतदान से दूर रहने का बड़ा फैसला लिया है।

Banka News: रब्बीडीह प्रखंड क्षेत्र के रब्बीडीह गांव के ग्रामीणों ने इस बार विधानसभा चुनाव में मतदान से दूर रहने का बड़ा फैसला लिया है। ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों से उनकी बुनियादी समस्याओं की अनदेखी की जा रही है और जनप्रतिनिधियों ने चुनाव के बाद कभी भी उनकी सुध नहीं ली। इसी नाराजगी के चलते उन्होंने सामूहिक रूप से वोट बहिष्कार की घोषणा की है।
ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में आज भी सड़क, पानी, बिजली और स्वास्थ्य सुविधाओं की भारी कमी है। बारिश के मौसम में कच्ची सड़कें कीचड़ से भर जाती हैं, जिससे बच्चों का स्कूल जाना और बीमारों का अस्पताल पहुंचना बेहद मुश्किल हो जाता है। पेयजल की समस्या इतनी गंभीर है कि लोगों को दूर-दूर से पानी लाना पड़ता है। कई बार प्रशासन को ज्ञापन देने और जनप्रतिनिधियों से मिलने के बावजूद समस्याओं का समाधान नहीं हुआ।
गांव के बुजुर्गों का कहना है कि नेताओं के लिए उनका गांव सिर्फ वोट लेने का माध्यम बनकर रह गया है। चुनाव के समय बड़े-बड़े वादे किए जाते हैं, लेकिन जीत के बाद कोई मुड़कर भी नहीं देखता। युवाओं ने भी इस बहिष्कार के फैसले का समर्थन किया और कहा कि जब तक बुनियादी सुविधाएं नहीं मिलेंगी, तब तक वे मतदान केंद्र पर कदम नहीं रखेंगे।
इस घोषणा के बाद इलाके में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के सामने अब चुनौती है कि वे ग्रामीणों का भरोसा कैसे वापस जीतें। कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने गांव जाकर बातचीत करने की कोशिश की है, लेकिन ग्रामीण अपनी मांगों पर अडिग हैं।
रब्बीडीह का यह फैसला न केवल स्थानीय नेताओं के लिए चेतावनी है, बल्कि यह संदेश भी देता है कि अब लोग अपने अधिकारों को लेकर जागरूक हो रहे हैं और खाली वादों के बजाय ठोस काम की मांग कर रहे हैं। आने वाले दिनों में देखना होगा कि क्या सरकार और प्रशासन इन मांगों पर कार्रवाई करते हैं या ग्रामीण अपने बहिष्कार के फैसले पर कायम रहते हैं।